Skip to main content

फोर्टेंज़ा डुओ Fortenza Duo | syngenta.co.in/fortenza-duo

 एक क्रांतिकारी बीज उपचार तकनीक।


syngenta fortenza duo 


फोर्टेंज़ा डुओ एक व्यापक स्पेक्ट्रम बीज लागू कीटनाशक है जो बीज को शुरुआती मौसम में चबाने और चूसने वाले कीटों से बचाकर पौधे के स्टैंड को सुरक्षित करता है।


वर्ग: बीज अनुप्रयुक्त कीटनाशक

कुलसचिव: सिनजेंटा इंडिया लिमिटेड

रचना: सायंट्रानिलिप्रोले + थियामेथोक्सम

लक्षित फसलें: मक्का



Fortenza Duo का लाभ प्राप्त करें

Fortenza Duo एक बीज अनुप्रयुक्त कीटनाशक है। यह जल्दी से जड़ों द्वारा ग्रहण किया जाता है और जाइलम प्रणाली के माध्यम से पौधे में ऊपर की ओर बढ़ता है, इसलिए जमीन के ऊपर के कीड़ों की एक विस्तृत श्रृंखला को नियंत्रित करता है। Fortenza® Duo को जड़ क्षेत्र के आसपास की मिट्टी में भी वितरित किया जाता है, जो जमीन के नीचे के कीड़ों से सुरक्षा का एक बल्ब बनाता है। Fortenza® Duo तेजी से खिला अवरोध और लंबे समय तक चलने वाले अवशिष्ट प्रभाव के परिणामस्वरूप उत्कृष्ट फसल सुरक्षा प्रदान करता है।


कब और कैसे?

आवेदन का समय: बीज उपचार

फॉल आर्मीवॉर्म के लिए खुराक: 6 मिली

तना छेदक, कटवर्म, शूटफ्लाई और एफिड्स के लिए खुराक: 4 मिली


सुरक्षित संयंत्र स्टैंड

चूसने और चबाने वाले कीड़ों से जल्दी सुरक्षा देकर प्लांट स्टैंड को सुरक्षित करता है।


संयंत्र के लिए मजबूत शुरुआत

यह उत्कृष्ट फसल स्थापना के माध्यम से फसल को एक मजबूत शुरुआत प्रदान करता है।


बेहतर पैदावार के लिए फाउंडेशन

यह तेजी से खिला अवरोध के परिणामस्वरूप उत्कृष्ट फसल सुरक्षा प्रदान करता है।

Comments

Popular posts from this blog

गिलोय की रोजगारपरक खेती | महामारी कोरोना व डेंगू के उपचार के लिए गिलोय की महत्वमा | गिलोय का वानस्पतिक नाम टीनोस्पोरा कार्डियोकेलिया

वर्तमान परिपेक्ष्य में फैली महामारी कोरोना व डेंगू के उपचार के लिए गिलोय की महत्वमा बहुत अधिक बढ़ गई है। गिलोय की मांग अब लगातार बढ़ने की संभावनाओं को देखते हुए इसकी खेती आय वृद्धि के लिए एक सुगम उपाय है। गिलोय की औषधी महत्ता के संबंध में अब जनता जागरूक होने भी लगी है। महत्व एवं उपयोग: गिलोय का वानस्पतिक नाम टीनोस्पोरा कार्डियोकेलिया है। यह एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है एवं इसे भिन्न-भिन्न भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। इसे हिन्दी में गिलोय, संस्कृत में अमृता तथा आयुर्वेद भाषा में गुडुची, चक्रांगी आदि नामों से जाना जाता है। इसे ज्वर की महान औषधी माना गया है जो एक बहुवर्षीय लता है। गिलोय में 15.8 प्रतिशत फाइबर, 4.2-11.2 प्रतिशत प्रोटीन, 60 प्रतिशत कार्बोहाईड्रेट तथा 3 प्रतिशत वसा पायी जाती है। गिलोय को डेंगू, बर्ड लू, अचानक बुखार, सर्दी, खांसी, बदन दर्द, स्वाइन फ्लू, मूत्र संबंधित बीमारियाँ, कुष्ठ रोग, फाइलेरिया (हाथीपाँव), गठिया संबंधित बीमारियाँ, लीवर विकार संबंधित बीमारियाँ, पीलिया तथा बवासीर आदि के उपचार में उपयोग में लिया जाता है।   जलवायुः  यह उष्ण तथा उपो...

fungicide

field agri You are very welcome on this forum, we hope that you will enjoy here. Crop chemical fungicide amistar top amistar score abic redomilgold ampact xtra redomilgold gloit filia hoshera kavach splash taspa

फसलों में जैव उर्वरक का महत्व एवं उपयोग

फसलों में जैव उर्वरक का महत्व एवं उपयोग फसलों में जैव उर्वरक का महत्व एवं उपयोग फसलों में जैव उर्वरक का महत्व एवं उपयोग फसलों का भरपूर उत्पादन बढ़ाने में नि:संदेह उन्नत किस्म के बीजों, रासायनिक, उर्वरकों, कीटनाशक व खरपतवारनाशक दवाओं, कृषि यंत्रों और सिंचाई साधनों का बड़ा ही महत्वपूर्ण योगदान विगत 4 दशकों में देखने में आया हैं,  लेकिन विशेषकर रासायनिक उर्वरकों के संतुलित उपयोग और कीटनाशक व खरपतवार नाशक दवाओं के अंधांधुध व अनियंत्रित उपयोग से आज न केवल हमारी जीवंत मिट्टी की उर्वरा शक्ति और उसकी फसल/वातावरण भी दूषित हो रहा है वरन् मिट्टी की उर्वरा शक्ति और फसल उत्पादन क्षमता पर अवांछनीय प्रभाव देखा जा रहा है तथा हमारे चारों ओर फैला पर्यावरण/वातावरण भी दूषित हो रहा है।  मिट्टी में प्राकृतिक रूप से पाये जाने वाले लाभकारी सूक्ष्मजीवाणुओं और बड़े जीव जंतुओं की संख्या व उनकी क्रियाशीलता में कमी देखी जा रही है।...   रबी फसल में पाले से बचाव के उपाय पाला किसी प्रकार की बीमारी न होते हुए भी विश्वकृ विभिन्न फसलों, सब्जी, फूल एवं फलोत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।...