Skip to main content

Video










 






















 you tube  field agri disclaimer  

All information provided in Field agri Tech Portal of fielagri youtube channel and blog  is provided for information purposes only and does not constitute a legal contract between the University and any person or entity unless otherwise specified.

The portal may contain information that is created and maintained by a variety of sources both internal and external to the University. The University does not control, monitor or guarantee the information contained in these sites or information contained in links to other external web sites, and does not endorse any views expressed or products or services offered therein. In no event shall the University be responsible or liable, directly or indirectly, for any damage or loss caused or alleged to be caused by or in connection with the use of or reliance on any such content, goods, or services available on or through any such site or resource.

This portal is continually under development and may be changed without notice from time to time. While efforts are made to keep information and notice that appear here timely and accurate, no representations are made that such information or notices are without errors or omissions which may be considered material. This portal does not purport to be comprehensive or definitive. 





Comments

Popular posts from this blog

गिलोय की रोजगारपरक खेती | महामारी कोरोना व डेंगू के उपचार के लिए गिलोय की महत्वमा | गिलोय का वानस्पतिक नाम टीनोस्पोरा कार्डियोकेलिया

वर्तमान परिपेक्ष्य में फैली महामारी कोरोना व डेंगू के उपचार के लिए गिलोय की महत्वमा बहुत अधिक बढ़ गई है। गिलोय की मांग अब लगातार बढ़ने की संभावनाओं को देखते हुए इसकी खेती आय वृद्धि के लिए एक सुगम उपाय है। गिलोय की औषधी महत्ता के संबंध में अब जनता जागरूक होने भी लगी है। महत्व एवं उपयोग: गिलोय का वानस्पतिक नाम टीनोस्पोरा कार्डियोकेलिया है। यह एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है एवं इसे भिन्न-भिन्न भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। इसे हिन्दी में गिलोय, संस्कृत में अमृता तथा आयुर्वेद भाषा में गुडुची, चक्रांगी आदि नामों से जाना जाता है। इसे ज्वर की महान औषधी माना गया है जो एक बहुवर्षीय लता है। गिलोय में 15.8 प्रतिशत फाइबर, 4.2-11.2 प्रतिशत प्रोटीन, 60 प्रतिशत कार्बोहाईड्रेट तथा 3 प्रतिशत वसा पायी जाती है। गिलोय को डेंगू, बर्ड लू, अचानक बुखार, सर्दी, खांसी, बदन दर्द, स्वाइन फ्लू, मूत्र संबंधित बीमारियाँ, कुष्ठ रोग, फाइलेरिया (हाथीपाँव), गठिया संबंधित बीमारियाँ, लीवर विकार संबंधित बीमारियाँ, पीलिया तथा बवासीर आदि के उपचार में उपयोग में लिया जाता है।   जलवायुः  यह उष्ण तथा उपो...

fungicide

field agri You are very welcome on this forum, we hope that you will enjoy here. Crop chemical fungicide amistar top amistar score abic redomilgold ampact xtra redomilgold gloit filia hoshera kavach splash taspa

फसलों में जैव उर्वरक का महत्व एवं उपयोग

फसलों में जैव उर्वरक का महत्व एवं उपयोग फसलों में जैव उर्वरक का महत्व एवं उपयोग फसलों में जैव उर्वरक का महत्व एवं उपयोग फसलों का भरपूर उत्पादन बढ़ाने में नि:संदेह उन्नत किस्म के बीजों, रासायनिक, उर्वरकों, कीटनाशक व खरपतवारनाशक दवाओं, कृषि यंत्रों और सिंचाई साधनों का बड़ा ही महत्वपूर्ण योगदान विगत 4 दशकों में देखने में आया हैं,  लेकिन विशेषकर रासायनिक उर्वरकों के संतुलित उपयोग और कीटनाशक व खरपतवार नाशक दवाओं के अंधांधुध व अनियंत्रित उपयोग से आज न केवल हमारी जीवंत मिट्टी की उर्वरा शक्ति और उसकी फसल/वातावरण भी दूषित हो रहा है वरन् मिट्टी की उर्वरा शक्ति और फसल उत्पादन क्षमता पर अवांछनीय प्रभाव देखा जा रहा है तथा हमारे चारों ओर फैला पर्यावरण/वातावरण भी दूषित हो रहा है।  मिट्टी में प्राकृतिक रूप से पाये जाने वाले लाभकारी सूक्ष्मजीवाणुओं और बड़े जीव जंतुओं की संख्या व उनकी क्रियाशीलता में कमी देखी जा रही है।...   रबी फसल में पाले से बचाव के उपाय पाला किसी प्रकार की बीमारी न होते हुए भी विश्वकृ विभिन्न फसलों, सब्जी, फूल एवं फलोत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।...