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Showing posts from February, 2022

गिलोय की रोजगारपरक खेती | महामारी कोरोना व डेंगू के उपचार के लिए गिलोय की महत्वमा | गिलोय का वानस्पतिक नाम टीनोस्पोरा कार्डियोकेलिया

वर्तमान परिपेक्ष्य में फैली महामारी कोरोना व डेंगू के उपचार के लिए गिलोय की महत्वमा बहुत अधिक बढ़ गई है। गिलोय की मांग अब लगातार बढ़ने की संभावनाओं को देखते हुए इसकी खेती आय वृद्धि के लिए एक सुगम उपाय है। गिलोय की औषधी महत्ता के संबंध में अब जनता जागरूक होने भी लगी है। महत्व एवं उपयोग: गिलोय का वानस्पतिक नाम टीनोस्पोरा कार्डियोकेलिया है। यह एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है एवं इसे भिन्न-भिन्न भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। इसे हिन्दी में गिलोय, संस्कृत में अमृता तथा आयुर्वेद भाषा में गुडुची, चक्रांगी आदि नामों से जाना जाता है। इसे ज्वर की महान औषधी माना गया है जो एक बहुवर्षीय लता है। गिलोय में 15.8 प्रतिशत फाइबर, 4.2-11.2 प्रतिशत प्रोटीन, 60 प्रतिशत कार्बोहाईड्रेट तथा 3 प्रतिशत वसा पायी जाती है। गिलोय को डेंगू, बर्ड लू, अचानक बुखार, सर्दी, खांसी, बदन दर्द, स्वाइन फ्लू, मूत्र संबंधित बीमारियाँ, कुष्ठ रोग, फाइलेरिया (हाथीपाँव), गठिया संबंधित बीमारियाँ, लीवर विकार संबंधित बीमारियाँ, पीलिया तथा बवासीर आदि के उपचार में उपयोग में लिया जाता है।   जलवायुः  यह उष्ण तथा उपो...

फसलों में जैव उर्वरक का महत्व एवं उपयोग

फसलों में जैव उर्वरक का महत्व एवं उपयोग फसलों में जैव उर्वरक का महत्व एवं उपयोग फसलों में जैव उर्वरक का महत्व एवं उपयोग फसलों का भरपूर उत्पादन बढ़ाने में नि:संदेह उन्नत किस्म के बीजों, रासायनिक, उर्वरकों, कीटनाशक व खरपतवारनाशक दवाओं, कृषि यंत्रों और सिंचाई साधनों का बड़ा ही महत्वपूर्ण योगदान विगत 4 दशकों में देखने में आया हैं,  लेकिन विशेषकर रासायनिक उर्वरकों के संतुलित उपयोग और कीटनाशक व खरपतवार नाशक दवाओं के अंधांधुध व अनियंत्रित उपयोग से आज न केवल हमारी जीवंत मिट्टी की उर्वरा शक्ति और उसकी फसल/वातावरण भी दूषित हो रहा है वरन् मिट्टी की उर्वरा शक्ति और फसल उत्पादन क्षमता पर अवांछनीय प्रभाव देखा जा रहा है तथा हमारे चारों ओर फैला पर्यावरण/वातावरण भी दूषित हो रहा है।  मिट्टी में प्राकृतिक रूप से पाये जाने वाले लाभकारी सूक्ष्मजीवाणुओं और बड़े जीव जंतुओं की संख्या व उनकी क्रियाशीलता में कमी देखी जा रही है।...   रबी फसल में पाले से बचाव के उपाय पाला किसी प्रकार की बीमारी न होते हुए भी विश्वकृ विभिन्न फसलों, सब्जी, फूल एवं फलोत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।...

syngenta cultar use in hinndi | cultar prise | syngenta cultar technical name

 syngenta cultar use in hinndi | cultar prise | syngenta cultar technical name  syngenta cultar  से जुडी सम्पूर्ण जानकरी के लिए हमारे fieldagri youtube चेनल में अबी जाये या फिर निचे दिए गये लिंक पे क्लिक करे  cultar एक प्रकार pgr है ये फसलो में फुल के लगातार गिरने को रोकता है जिस से फलो के लगने में आसानी होती है व किसानो को और अधिक मुनाफा होता है इसे आप लहसुन,प्याज,चना,सोयाबीन,आलू,गन्ना,चुकन्दर,उरद,मुंग,अरहर,आदि फसलो में प्रयोग क्र सकते है  आप के लिए कुछ फसलो की मात्र के साथ इस का प्रयोग निचे दिया गया है अगर आप को समजने में कोई अस्म्स्या होती है तो हमे सम्पर्के करे या comment में जरुर लिखे   PLANT GROWTH REGULATOR  Registrant: Syngenta India Ltd  Pack size: 1 ltr; 350 ml; 50 ml;  Composition: 23% SC Paclobutrazole  Class of danger: Danger  NANUM number: ClR-111389/2014-Paclobutrazole (SC)(344)-2 Mango Tree 3.45 Age 7-15 years Age 16-25 years Age more than 25 yeare 4.6 5.75-9.2 15ml 5-10 20ml liters for 25-40ml a mature tree Rec...